खुद को आर्मी वाला बताकर व्यापारी को ठगने की कोशिश
सही समय पर होटल मालिक को आई समझ, आनलाईन ठगी का शिकार होने से बचा
रुद्रप्रयाग। यहां एक होटल को आर्मी वाला बताकर बीस लोगों के खाना का आर्डर देकर और फिर उसे कैंसिल कर हर्जाने के तौर पर पेमेंट करने के नाम पर आनलाईन ठगी करने की कोशिश का मामला सामने आया है। वह तो सही समय पर होटल मालिक को समझ आ गया, वरना उसका एकाउंट खाली हो जाता।
साइबर ठग लोगों के खातों से पैंसे उड़ाने के लिए हर रोज नई-नई जुगत लगाते रहते हैं। किसी न किसी तरीके से वो कई बार खातों को खाली करने में सफल हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग बेहद सावधानी बरते। अगस्त्यमुनि बाजार में साइबर ठगी का एक नया तरीका सामने आया है, हालांकि होटल मालिक की समझदारी से वह लुटने से तो बच गए लेकिन 20 लोगों के खाने के आर्डर ने उन्हें अच्छा खासा नुकसान पहुंचा दिया। मामला अगस्त्यमुनि बाजार के जायका होटल का है, जहां आई कॉल में खुद को आर्मी जवान बताने वाले शख्स ने 20 लोगों के खाने का आर्डर दिया। इस आर्डर में 20 लोगों के लिए शाही पनीर, मटर पनीर, चावल, दाल और 125 रोटी बनाने को कहा। इससे पहले भी चुनाव डयूटी में लगे आर्मी जवान अक्सर इस होटल में कॉल कर आर्डर बुक करवाते थे। होटल मालिक ने वैसा ही आर्डर जानकर खाना बना दिया, लेकिन शाम होते-होते न खाने लेने कोई जवान पहुंचा न ही दुबारा कोई फोन कॉल आई। देरी होते देख होटल मालिक ने उस नंबर पर बैक कॉल कर आर्डर तैयार होने की बात कही, लेकिन उधर से थोड़ी देर में पहुंच रहे हैं कहकर फोन काट दिया गया। आधे घंटे के इंतजार के बाद भी जब कोई नहीं पहुंचा तो होटल मालिक ने फिर से उसी नंबर पर काल की। इस बार तथाकथित ठग ने देरी की बात कहकर आर्डर कैंसिल करने की बात कही और नुकसान की भरपाई के लिए लगे हाथ आनलाईन ट्रांसफर करने की पेशकश कर डाली। अपनी बातों में उलझाकर उसने जब मालिक से गूगल पे पर क्यू आर कोड शेयर करने को बोला तो तब मालिक को उस पर शक हुआ। जिस पर होटल मालिक ने फोन काटकर सीधे थाने पहुंच कर साइबर सेल में अपनी शिकायत दर्ज कराई। वहां से भी जब इस नंबर पर फोन किया गया तो वो गाली गलौच पर उतर आया। अब पुलिस मामला दर्ज कर जांच करने में जुट गई है।