स्वास्थ्य, स्वच्छता को लेकर किए कार्यों के आने लगे सकारात्मक परिणाम
मानव सेवा समिति की ओर से किए गए स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं बालिका हाईजीन सुरक्षा को लेकर कार्य,
डिजिटल शिक्षा उपकरणों से लाभान्वित होंगे जनपद रुद्रप्रयाग के 18 विद्यालय,
स्वास्थ्य, स्वच्छता को लेकर 20 शिक्षण संस्थानों में होगा कार्य,
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड मानव सेवा समिति दिल्ली की ओर से प्रदेश के विद्यालयों में स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं बालिका हाईजीन सुरक्षा योजना को लेकर किए गए कार्यो के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। संस्था ने पहले चरण में जनपद हरिद्वार, पौड़ी एवं अल्मोड़ा के 30 शैक्षणिक संस्थानों को चिन्हित करते हुए सेनिटाइजर मशीन, सेनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन और सेनिटरी नैपकीन डिस्पोजल मशीन द्वारा स्वच्छता उपकरणों से लाभान्वित किया गया। इससे छात्र-छात्राओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता एवं बालिका स्वास्थ्य योजना के शैक्षणिक बदलाव सामने आए हैं।
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संस्था ने संबंधित विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की भागीदारी पर दस बिन्दुओं की व्यापक मूल्यांकन रिर्पोट में तैयार की है, जिसकी प्रगति इस योजना की प्रासंगिता को इंगित कर रही है। वहीं शिक्षा की नवीनतम पद्धति डिजिटल शिक्षा उपकरणों से रुद्रप्रयाग जनपद के 18 विद्यालयों को शामिल किया गया है, जबकि स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं बालिका हाईजीन योजना के सकारात्मक परिणामों को देखते हुए जनपद के भी 20 शिक्षण संस्थान लाभान्वित किए जाएंगे।
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उत्तराखंड मानव सेवा समिति ने रेवले वित्त निगम के सहयोग से प्रारंभिक तौर पर प्रदेश के तीन जनपदों के 30 स्कूलों में योजना से लाभान्वित किया, जिसमें 8486 छात्र-छात्राएं सेनिटाइजर मशीन का उपयोग कर रहे हैं, जबकि 4897 छात्राएं प्रतिमाह सेनिटरी पैड का इस्तेमाल कर रही है। यही छात्राएं प्रतिमाह सौ फीसदी उपयोग करते हुए 13,289 सेनिटरी पैड उपयोग कर रही है। साथ ही 4,322 छात्राएं उपयोग किए गए सेनिटरी नैपकीन का विधिवत डिस्पोजल मशीन का उपयोग करते हुए वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण कर रही हैं। योजना के सफल क्रियान्वयन से उत्तराखंड मानव सेवा समिति एवं आर्थिक सहयोग प्रदान करने वाली संस्था रेलवे वित्त निगम का लक्ष्य सफल हुआ है। संस्था राज्य में सभी शिक्षण संस्थाओं में इस तरह के स्वास्थ्य उपकरणों की स्थापना के लिए प्रयासरत है। संस्था के अध्यक्ष बीएन शर्मा ने कहा कि राज्य के 80 शिक्षण संस्थाओं को एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के माध्यम से शिक्षा की नवीनतम पद्धति डिजिटल शिक्षा उपकरणों से आच्छादित किया जा रहा है, जिसमें रुद्रप्रयाग जनपद के 18 विद्यालय शामिल है।
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जबकि स्वास्थ्य स्वच्छता एवं बालिका हाईजीन योजना के सकारात्मक परिणामों को देखते हुए राज्य के 65 विद्यालय स्वास्थ्य एवं स्वच्छता उपकरणों से आच्छादित किए जा रहे हैं। इस योजना में रुद्रप्रयाग जनपद के भी 20 शिक्षण संस्थान लाभान्वित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दोनों योजनाओं की स्वीकृति अंतिम चरणों में है। कहा कि दस स्वास्थ्य उपकरणों की स्वीकृति इण्डियन ऑयल से मिल चुकी है। संस्था के सलाहकार श्यामलाल सुंदिरयाल ने जिला मुख्यालय में संस्था द्वारा योजना से आच्छादित शिक्षण संस्थाओं से दस बिंदुओं पर तैयार की गई मूल्यांकन रिपोर्ट जारी करते कहा कि बालिका स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर सरकार और कोर्ट भी काफी गंभीर है। बालिका स्वास्थ्य को केंद्रित करते हुए सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन की स्थापना के लिए भी आदेशित किया गया है, जबकि संस्था राज्य में पहले ही इस दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि योजना के सतत संचालन और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संस्थाओं के शिक्षक अभिभावक संघ को सक्रिय किया गया है।
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