उत्तराखण्ड निर्माण का सपना नहीं हो पाया पूरा: गोदियाल
मन्दाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेले के दूसरे दिन कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने किया शुभारंभ
अगस्त्यमुनि। मन्दाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेले के दूसरे दिन का शुभारम्भ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण, जिपंस नरेन्द्र सिंह बिष्ट, विनोद राणा, गणेश तिवाड़ी, ज्योति देवी एवं उक्रांद के जिलाध्यक्ष बुद्धिबल्लभ ममगाईं ने दीप प्रज्वलित कर किया।

जनता को संबोधित करते हुए गणेश गोदियाल ने कहा कि राज्य निर्माण के बाद हमने आधार भूत विकास में बहुत कुछ पाया है, लेकिन जिस भावना से उत्तराखण्ड निर्माण का सपना जनता ने देखा था, वह पूर्ण नहीं हो पाया है। उन्होंने अधिकार के साथ कर्तव्य भी निभाने की नसीहत दी। कहा कि अगस्त्यमुनि का यह मेला प्रदेश में सबसे बेहतर हो इसके लिए सबको मिल जुल कर प्रयास करने होंगे। पूर्व विधायक मनोज रावत ने कहा कि अगस्त्यमुनि महाराज की धरती में लगने वाला यह मेला जिले के प्रमुख मेले के रूप में स्थापित हो गया है। सामाजिक, राजनैतिक तथा व्यावसायिक चेतना के केन्द्र अगस्त्यमुनि का यह मेला जनता का मेला, जनता के हाथों में, जनता के द्वारा चलने वाला मेला है। यहां न केवल लोक संस्कृति अपितु धर्म संस्कृति का भी विस्तार देखा जा रहा है। विशिष्ट अतिथि पंचायत उक्रांद के जिलाध्यक्ष बुद्धिबल्लभ ममगाईं ने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक विरासत को न केवल उजागर करते हैं बल्कि विभिन्न संस्कृतियों को एक मंच पर भी लाते हैं। उन्होंने मेला समिति का आभार जताते हुए कहा कि समिति ने मेले को राजनीति से ऊपर उठकर सबको साथ लेकर इसे भव्य बनाया है। मेला समिति के महासचिव हर्षवर्धन बेंजवाल ने सभी आगन्तुक अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस मेले को जन प्रतिनिधियों का हमेशा से सहयोग मिलता रहा है। वर्तमान विधायक श्रीमती शैलारानी रावत के साथ ही पूर्व विधायक मनोज रावत ने भी अपने कार्यकाल में मेले को भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए विघायक निधि से न केवल धनराशि उपलब्ध कराई बल्कि इस हेतु सुझाव एवं हर सहयोग दिया। संचालन गिरीश बेंजवाल एवं कुसुम भट्ट ने संयुक्त रूप से किया। मेले में विभिन्न विद्यालयों की जूनियर वर्ग की सांस्कृतिक प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें नन्हें बच्चों ने अपने गायन, वादन एवं नृत्य से बड़ी संख्या में पहंुची दर्शकों की भीड़ को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।


प्रतियोगिता में 19 विद्यालयों ने प्रतिभाग किया। जिसमें उच्च प्राथमिक विद्यालय बसुकेदार प्रथम, चिल्ड्रन एकेडमी द्वितीय, गोरी मेमोरियल तृतीय, राप्रावि जैली चतुर्थ तथा सरस्वती शिशु मन्दिर, विजयनगर पंचम स्थान पर रहे। जिन्हें अतिथियों द्वारा पुरूष्कृत किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र बिष्ट, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष हरीश गुसाईं, सभासद भूपेन्द्र राणा, पूर्व जिपंस दीपा देवी, देवेश्वरी देवी, सुलोचना मिंगवाल, उमा कैन्तुरा, विजय चमोला, मेला संयोजक विक्रम नेगी, उपाध्यक्ष रमेश बेंजवाल, राजेन्द्र भण्डारी, रमेश चमोला, शशिधर सेमवाल, रणजीत बिष्ट, ललिता रौतेला, रागनी नेगी, माधुरी नेगी, आदि सहित बड़ी संख्या में मेलार्थी मौजूद रहे।




मन्दाकिनी शरदोत्सव की पहली शाम सुप्रसिद्ध लोकगायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण के नाम रही। उन्हें सुनने शरदोत्सव का पाण्डाल अंधेरा होने से पहले ही खचाखच भर गया। सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत रूमा झूमा बाली संध्या जाग गीत से हुई। लोकगायक प्रीतम ने सरूली मेरू जिया लगीगे, तिबारी मा बैठी होली सौजड़या मेरी, काला डाडां बंग्लादेश, मोहना तेरी मुरली बाजी, मेरा नाती की जड़वान गीतों से शमा बांधा वही शिवजी कैलाश रौंदा, गजमाला, पाण्डव जागर गाकर देवगाथाओं से दर्शकों से मंत्र मुग्ध कर दिया। दर्शको की खचाखच भीड़ को सम्बोधित करते हुए लोकगायक पद्मश्री डॉ प्रीतम भरतवाण ने कहा अगस्त्यमुनि क्षेत्रवासियों से मिले इस अथाह प्यार से मैं अभिभूत हूँ। बीस साल पहले मुझे इस मंच पर आने का मौका मिला था इस बार फिर से आपके बीच हूँ। 24 देश में 1419 स्टेज प्रोग्राम कर चुके प्रीतम भरतवाण को उत्तराखण्ड में जागर सम्राट भी कहा जाता है। उत्तराखण्ड की जागर शैली और ढोल वादन को उन्होंने नयी पहचान दी है। सनसिनाटी यूनिवर्सिटी समेत दुनिया के कई विश्व विद्यालयों में उन्हें इस विधा को सिखाने के लिए बुलाया गया। मेला महासचिव हर्षवर्धन बेंजवाल ने पद्मश्री प्रीतम भरतवाण का स्वागत करते हुए बड़ी संख्या में शरदोत्सव पाडांल में पहुँचने पर दर्शकों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा मेले हमारी संस्कृति के पोषक होते है, साथ ही यह क्षेत्र को भी नयी पहचान देते है। मेला में सबका सकारात्मक सहयोग मनोबल बढ़ाता है। मेला समिति का प्रयास रहेगा कि क्षेत्रवासियों को शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देखने को मिले। उन्होंने बताया कि शरदोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को सुप्रसिद्ध लोकगायक किशन महिपाल की स्टार नाइट है।



