मांगों को लेकर शिक्षकों ने दिया सीईओ कार्यालय पर धरना
सहमति वाली मांगों पर शीघ्र शासनादेश जारी करने की मांग,
मांगे पूरी नहीं होने पर राशिसं करेगा उग्र आंदोलन
रुद्रप्रयाग। पदोन्नति, वेतन विसंगति दूर करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर राजकीय शिक्षक संघ ने मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर एक दिवसीय धरना देकर अपना विरोध दर्ज किया। तयशुदा कार्यक्रम के तहत सोमवार को प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर राजकीय शिक्षक संघ जनपद इकाई के शिक्षक सीईओ कार्यालय में एकत्रित हुए, जिसके बाद पदोन्नति, वेतन विसंगति दूर करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान शिक्षकों ने जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी भी की और अपनी मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग की।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि शिक्षक प्रधानाचार्य के पदों पर शत प्रतिशत पदोन्नति, इंटर कॉलेजों में उप प्रधानाचार्य का पद सृजित करने, अंतर मंडलीय स्थानांतरण, एलटी को स्टेट कैडर घोषित करने जैसी 34 मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलरत हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर सरकार की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिससे उन्हें बार-बार आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। कहा कि पूर्व में शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों की सहमति पर शासनादेश जारी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन दो माह बीतने के बाद भी अभी तक मांगों पर शासनादेश जारी नहीं हो सका है। जिससे शिक्षकों में खासा रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि यदि सहमति वाली मांगों पर शीघ्र शासनादेश जारी नहीं होता है, तो उन्हें उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पडेगा। धरना देने वालों में संघ के जिलाध्यक्ष नरेश भटट, मंत्री आलोक रौथाण, उपाध्यक्ष शीशपाल पंवार, हर्षबर्धन रावत, जगदम्बा चमोली, गजेन्द्र करासी, शंकर भटट, प्रवीण घिल्डियाल, अजय भटट, ललिता रौतेला, कुसुम भट्ट, दीपक नेगी, स्वरूप नेगी, विमला राणा,त्रिलोक जंगवान,भुवनेश्वरी चंदानी, उम्मेद बैरवाण,शंभू ओड़ियाल, उदयराम भट्ट,रीना बागड़ी,राकेश बैरवाण, शिव सिंह नेगी, देवेंद्र कोटवाल,उमेश गार्ग्य,कमल सिंह नेगी, गयासुद्दीन सिद्दीकी,आशीष शुक्ला, अंकित रौथाण, डीएस नेगी, चन्द्रदीप बिष्ट समेत कई शिक्षक उपस्थित थे।





