मन वाणी कर्म से एक रहना पहाड़ियों की पहचान: शैलारानी
ब्रह्मा कुमारीज ने किया समाज सेवियों को सम्मानित
केदारघाटी के गुप्तकाशी में आयोजित किया गया कार्यक्रम
रुद्रप्रयाग। समाज सेवियों के सम्मान के लिए ब्रह्मा कुमारीज की ओर से गुप्तकाशी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि ब्रह्मा कुमारीज का यह अभियान सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति के उच्च आदर्श जो लोप हो रहे हैं। उनकी जागरूकता फैला रहा है, जो प्रशंसनीय है।

उन्होंने कहा कि मन वाणी कर्म से एक रहना यही पहाड़ियों की पहचान है और इसी पहचान से वहां पूरे देश में पहचाने जाते हैं। उन्होंने सभी को ब्रह्मा कुमारीज के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू जाने के लिए भी प्रेरित किया। इस अवसर पर ईवी स्वामीनाथ ने कहा कि वह अपने सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं कि केदारनाथ की पवित्र भूमि गुप्तकाशी में वह पहुंचे हैं। उन्होंने कहा वह एक साइकोलॉजी के प्रोफेसर हैं और महाभारत के किरदारों को मन की अवस्था मानते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य उत्तराखंड आयुर्वेदिक फार्मेसी कॉलेज गुप्तकाशी हर्षवर्धन बेंजवाल ने की।


ब्रह्मा कुमारीज के क्षेत्रीय निदेशक ब्रह्मा कुमार मेहरचंद ने कहा कि भारतवर्ष में पीर पैगंबर उच्च कोटि के ब्राह्मण पैदा हुए हैं। भारत ऋषि मुनियों का देश रहा है। कार्यक्रम संयोजक ब्रह्मा कुमार वीरेंद्र भाई ने कहा कि 1985 में ब्रह्मा कुमारीज की वरिष्ठ दादियों द्वारा विभिन्न वर्गों की सेवा के लिए 20 प्रभागों की स्थापना की गई, उसमें से एक समाज सेवा प्रभाग का अभियान उत्तराखंड में चलाया जा रहा है। इसका समापन 5 नवंबर को उत्तरकाशी में किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रधान संगठन अध्यक्ष सुभाष रावत, गीता नेगी, किरण शुक्ला, आनंदमणि सेमवाल को उनके सामाजिक कार्यों की सराहना करते हुए ब्रह्मा कुमारीज द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में ब्रह्माकुमारी विजय लक्ष्मी, उषा व ब्रह्मा कुमार विनोद, गिरीश, प्रकाश का सहयोग रहा।






