जखोली ब्लाॅक के अरखुण्ड में पुनर्मिलन रामलीला की धूम
37 साल पूर्व किरदार निभाने वाले ग्रामीण कर रहे रामलीला का शानदार मंचन
अगस्त्यमुनि। ब्लॉक जखोली के ग्राम अरखुण्ड में इन दिनों पुनर्मिलन रामलीला की धूम मची है। इस रामलीला में जो पात्र बने हैं, उन्होंने आज से लगभग 37 वर्ष पूर्व राम, लक्ष्मण और सीता का अभिनय किया था। वे आज फिर से राम, लक्ष्मण एवं सीता के किरदार जीवन्त कर रहे हैं। इतने वर्षों के पश्चात रामलीला को नया स्वरूप देते हुए पुराने पात्रों द्वारा इसमें अभिनय किया जा रहा है। इसीलिए इसे पुनर्मिलन रामलीला नाम दिया गया है।

रामलीला कमेटी के संयोजक एवं डायरेक्टर धीर सिंह बिष्ट ने इस अभिनव पहल की न केवल रूपरेखा रची, वरन इसे मंचन कर अविस्मरणीय भी बना रहे हैं। उनके निर्देशन में संपूर्ण पात्रों का अभिनय संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनके मन में एक विचार आया कि वरसों पहले रामलीला में अभिनय करने वाले पात्र पुनः अभिनय के क्षेत्र में उतरें तो कैसा रहेगा। सौभाग्य से 37 वर्ष पूर्व राम बने जसपाल सिंह राणा सेना में सूबेदार के पद से सेवानिवृत होकर गांव में रह रहे हैं। वहीं लक्ष्मण बने सुजान सिंह राणा भी गांव में ही रहकर अपना कार्य कर रहे हैं, जबकि सीता बने सत्येन्द्र सिंह पडियार चन्द्रापुरी में अपना व्यवसाय कर रहे हैं। इस वर्ष जब गांव में रामलीला मंचन की बात चली तो उन्होंने अपने विचार को मूर्त रूप देने का निश्चय किया। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पंकज राणा, युवक मंगल दल के अध्यक्ष प्रवीन रावत, व्यवस्थापक राकेश राणा, शिव सिंह नेगी, डॉ लक्ष्मण चैहान, राजेंद्र सिंह राणा सहित कमेटी के सभी सदस्यों ने इसका समर्थन करते हुए पुराने पात्रों को इसके लिए तैयार किया और वे भी सहर्ष इसके लिए सहमत हो गये। इस पुनर्मिलन रामलीला मंचन के तीसरे दिन सीता स्वयंवर के शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि जखोली के पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अर्जुन सिंह गहरवार, विशिष्ट अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता ठाकुर सिंह, दिगपाल सिंह बंगारी एवं रघुवीर सिंह राणा ने विधिवत राम दरबार का उद्घाटन किया।

मुख्य अतिथि ने धीर सिंह बिष्ट की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि गांव का सामाजिक एवं शैक्षिक वातावरण उत्तम होने से अरखुण्ड गांव जनपद रुद्रप्रयाग में अग्रणी बना है। यह जनपद की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का एक प्रयास है, जिसमें ग्रामीण सफल हुए हैं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता ठाकुर सिंह नेगी, दिगपाल सिंह बंगारी, रघुवीर सिंह राणा आदि ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ ताजबर सिंह पडियार ने रामलीला के इतिहास की जानकारी दी। इस अवसर पर गांव के वयोवृद्ध एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य चंदन सिंह राणा, चंद्र सिंह पडियार, जगमोहन सिंह झिंक्वाण, पूर्व प्रधान हिम्मत सिंह गुसाईं, कुलबीर सिंह राणा, वीर सिंह राणा, नरेंद्र सिंह पडियार, प्रधान बीना राणा, प्रकाश झिक्वाण, आनंद सिंह झिंक्वाण, सूरत सिंह रावत, रविंद्र रावत सहित पुनर्मिलन रामलीला के प्रेरणा स्रोत हरीश भी दिल्ली से आकर के गांव में डेरा जमाए हुए है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ताजबर सिंह पडियार द्वारा किया गया, जिसमें उनके द्वारा रामलीला के इतिहास पर भी प्रकाश डाला गया।
