पुलिस ने लौटाए महिला यात्री के खोए तीस हजार रूपए
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा पर आई आन्ध्र प्रदेश की महिला यात्री के0 लक्ष्मी का खोया पर्स समेत तीस हजार नगद रूपए लौटाकर पुलिस कार्मिक ने ईमानदारी की मिशाल पेश की है। महिला यात्री ने पुलिस कार्मिक का आभार प्रकट किया।
महिला यात्री के लक्ष्मी का पर्स मन्दिर परिसर में कहीं खो गया था। पर्स में नगद 30 हजार रुपये व उनके जरूरी कागजात हैं। काफी प्रयास करने के बाद जब उनका पर्स नहीं मिला, तो महिला की समस्या को सुनकर आरक्षी मोहन सिंह बोहरा ने अपने स्तर से ढूंढखोज की। स्थानीय दुकानदारों व यात्रियों से भी पर्स के बारे में पूछा। अपने स्तर से ढूंढखोज करते हुए उनको मन्दिर परिसर के पास लगी बैंच में रखा गुलाबी रंग का थैलानुमा बैग दिखा। अपना पर्स सकुशल वापस पाकर महिला ने भावुक होकर पुलिस कार्मिक मोहन सिंह बोहरा का आभार प्रकट किया। तथा अपने गन्तव्य के लिए रवाना हुई।
वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम यात्रा पर आए प्रदीप ठाकुर निवासी ठाणे, मुम्बई का पर्स मन्दिर परिसर में खो गया था। उन्होंने पर्स को ढूंढने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन नहीं मिल सका। यात्री ने डयूटी पर तैनात पुलिस कार्मिकों को इसकी जानकारी दी। मन्दिर परिसर में ड्यूटी पर तैनात मुख्य आरक्षी प्रशिक्षु हेमचंद मठपाल ने उक्त पर्स को ढूंढकर श्रद्धालु को लौटाया। श्रद्धालु के इस पर्स में कुल 12500 रूपये और जरूरी कागजात आधार, पैनकार्ड, डीएल थे। अपना पर्स सकुशल वापस पाकर श्रद्धालु ने पुलिस का आभार प्रकट किया।
श्रद्धालु का खोया हुआ मोबाइल ढूंढकर किया वापस
केदारनाथ धाम आये श्रद्धालु देवानन्द मोहन्ती, निवासी पुरी, उड़ीसा का मोबाइल फोन खो गया था, इनके द्वारा अपनी परेशानी ड्यूटी पर तैनात पुलिस कार्मिकों को दी गयी। मुख्य आरक्षी प्रशिक्षु हेमचंद मठपाल ने अपने स्तर से किये गये प्रयासों के बाद उक्त खोये हुए फोन को ढूंढकर श्रद्धालु को वापस किया गया। श्रद्धालु ने अपना फोन वापस पाकर उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का “ऑपरेशन मुस्कान” केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं के चेहरों पर मुस्कुराहट ला रहा है।
पुलिस के साथ ही यात्रा व्यवस्था ड्यूटियों के सम्पादन में लगे होमगार्ड जवान भी कर रहे श्रद्धालुओं की मदद
जनपद रुद्रप्रयाग में प्रचलित श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सफल संचालन हेतु पुलिस सहित सहायक पुलिस बल होमगार्ड व पी0आर0डी0 जवान भी कन्धे से कन्धा मिलाकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। अपने कर्तव्य निर्वहन के साथ ही इनके द्वारा केदारनाथ धाम सहित यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं की मदद की जा रही है। महाराष्ट्र से अपने परिजनों के साथ आयी पूजा जिनके पास 06 माह का छोटा बच्चा भी था, इनका स्वास्थ्य खराब हो गया था और ये अपने परिजनों से बिछड़ भी गयी थी। इनकी परेशानी को केदारनाथ मे तैनात होमगार्ड जवान प्रमोद ने समझा। उनके द्वारा इनके छोटे बच्चे को अपने पास लेकर इनको मन्दिर परिसर तक लाया गया। बाबा केदार के दर्शन कराने में में मदद की गयी। तदोपरान्त खोया पाया केन्द्र के माध्यम से अनाउंसमेंट कराकर अन्य परिजनों को मन्दिर प्रांगण में बुलवाकर इनको आपस में मिलवाया गया। इनके द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया।