केदारघाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर हो रही बर्फबारी
भारी बारिश के कारण गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग भीमबली में ध्वस्त
मिनी स्विटजरलैंड चोपता में बर्फबारी का लुत्फ उठाने पहुंच रहे पर्यटक
ग्रामीण जनजीवन अस्त-व्यस्त, घरों में दुबके लोग
रुद्रप्रयाग। मौसम के एक बार फिर से करवट बदलने से केदारनाथ सहित ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हो रही है। जहां ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी जारी है, वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश होने से ठंड का प्रकोप काफी बढ़ गया है। ग्रामीण इलाकों में लोग घरों में दुबक गये हैं, जिस कारण मवेशियों के लिए चारापत्ति की समस्या भी उत्पन्न होने लगी है। इसके अलावा भारी बारिश के कारण गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल के भीमबली में पहाड़ी से विशालकाय पत्थर गिरने से मार्ग ध्वस्त हो गया है। वहीं मिनी स्विटजरलैंड चोपता दुगलबिट्टा में बर्फबारी का आनंद लेने के लिए सैलानी पहुंच रहे हैं।
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बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले में मौसम के करवट बदलते ही बर्फबारी के साथ ही बारिश शुरू हो गई है। केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, चोपता, कार्तिक स्वामी, तोषी, पंवालीकांठा सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण ग्रामीण लोग घरों में दुबके हुए हैं। ठंड अत्यधिक पड़ने और बारिश होने से ग्रामीणों के सामने अब मवेशियों के लिए चारापत्ति की समस्या भी खड़ी हो गई है। ग्रामीण इलाकों में बारिश होने पर चारापत्ति की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके अलावा केदारनाथ में बर्फबारी होने से पुनर्निर्माण कार्य ठप पड़ गये हैं। यहां डेढ़ फिट तक बर्फ गिर चुकी है और बर्फबारी के कारण पुनर्निर्माण कार्यो को करना मुश्किल हो गया है। ऐसे में मजदूर सोनप्रयाग लौट आये हैं। धाम में अब सिर्फ कुछ साधु संतों के साथ ही पुलिस के जवान मौजूद हैं। साधु संत यहां पर सालभर निवास करते हैं। ये अपने लिए खाने-पीने का पूरा सामान रखते हैं, जबकि बर्फ को पिघलाकर पानी पीते हैं।
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केदारघाटी क्षेत्र में हो रही अत्यधिक बारिश के कारण गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग के भीमबली में मार्ग ध्वस्त हो गया है। यहां पर ऊपरी पहाड़ी से विशालकाय पत्थर गिरने से मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है। ऐसे में आवागमन भी भारी दिक्कतें हो रही हैं। वहीं दूसरी ओर मिनी स्विटजरलैंड चोपता में बर्फबारी होने से सैलानियों के चेहरे खिले हुए हैं। यहां इस वर्ष सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई है, जिससे पर्यटक भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। बर्फबारी के कारण चोपता-गोपेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित हो गया है। राजमार्ग को खोलने के लिए एनएच विभाग की मशीने जुटी हुई हैं। निचले क्षेत्रों में बारिश होने से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग कीचड़ में तब्दील हो गया है। केदारघाटी निवासी नितिन जमलोकी एवं पंकज सेमवाल ने बताया कि मौसम के करवट बदलने से ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हो रही है। बारिश के कारण गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग के भीमबली में विशालकाय पत्थर गिरने से मार्ग ध्वस्त हो गया है। उन्होंने बताया कि बारिश के कारण लोग घरों में दुबके हुए हैं और जनजीवन पर बुरा असर देखने को मिल रहा है।
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