पिछले वर्ष की तुलना में इस बार केदारनाथ पैदल मार्ग पर बेहतर साफ सफाई
पिछले वर्ष धाम में फैली गंदगी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी जताई थी चिंता
इस बार समय-समय पर धाम सहित पैदल यात्रा पड़ावों पर चलाये जा रहे हैं जन-जागरूकता कार्यक्रम
प्रत्येक प्लास्टिक की बोतल पर लगाया गया है क्यूआर कोड
रुद्रप्रयाग। वर्ष 2022 की केदारनाथ यात्रा के दौरान धाम सहित पैदल मार्ग और केदारनाथ के हरे-भरे बुग्यालों में फैली गंदगी पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चिंता जाहिर की थी और धाम में निरंतर स्वच्छता बनाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील का असर इस बार की यात्रा में पूरी तरह देखने को मिल रहा है। इस बार धाम में निरंतर सफाई अभियान जारी है, जबकि धाम के बुग्याल और आस-पास के क्षेत्र भी साफ सुथर नजर आ रहे हैं।

केदारनाथ धाम में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिगों में ग्यारहवां ज्योतिर्लिग है। केदारनाथ धाम में भगवान शिव के त्रिकोणीय स्वयं भू लिंग की पूजा अचना होती है। शीतकाल के छह माह अत्यधिक बर्फबारी के कारण भक्तों के दर्शनों के लिये यह मंदिर बंद रहता है, जबकि गर्मियों में बर्फबारी कम होने के बाद मंदिर आम भक्तों के लिये खुला रहता है। लाखों की तादात में भक्तों के पहुंचने से यहां गंदगी के अंबार लग जाते हैं। पिछले वर्ष की यात्रा के दौरान धाम सहित पैदल मार्ग और आस-पास के क्षेत्रों में भारी गंदगी फैल गई थी। खासकर केदारनाथ के हरे-भरे बुग्यालों में प्लास्टिक का कचरा लागू हो गया था। धाम में फैली गंदगी पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी चिंता जाहिर की थी। जिसके बाद प्रशासन के अलावा स्वयं सेवी संस्थाएं और यात्री भी जागरूक हो गये थे।

धाम सहित पैदल मार्ग पर बिकने वाली प्लास्टिक बोतलो पर क्यूआर कोड लागू किया। इस प्रकिया के दौरान प्लास्टिक की बोतल अपने साथ ले जाने वाले यात्री को दस रूपये अतिरिक्त देने होंगे और वापस करने पर दस रूपये लौटाये जाएंगे। यदि कोई अन्य यात्रियों की ओर से फेंकी गई बोटल को उठाता है तो उसे दस रूपये मिलेंगे। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों की ओर से मंदिर परिसर से लेकर पैदल रास्ते की लगातार सफाई की जा रही है, जबकि केदारनाथ धाम सहित आस-पास के क्षेत्रों और बुग्यालों में सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इतना ही नहीं इस बार पैदल मार्ग सहित केदारनाथ धाम में साफ-सफाई को लेकर जन जागरूकता अभियान भी चलाये जा रहे हैं। यही कारण है कि इस बार केदारनाथ धाम, पैदल मार्ग और आस-पास के बुग्याल साफ नजर आ रहे हैं। यात्री भी पैदल मार्ग और पैदल मार्ग पर स्थित शौचालयों की सफाई से खुश हैं। इसके अलावा पैदल मार्ग पर स्थित शौचालयों का प्रयोग करने से यात्रियों से किसी भी प्रकार का शुल्क लेने की शिकायते नहीं मिल रही हैं।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि इस बार सफाई अभियान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समय-समय पर साफ-सफाई के लिये जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं। सफाई को लेकर यात्रियों के अलावा स्थानीय व्यापारियों का भी सहयोग प्राप्त हो रहा है।







