असामाजिक लोग जखोली रेंज में फैला रहे भ्रामक जानकारी
जंगलों को बचाने के कार्य में जुटे वन मकहमे के कार्य पर उठा रहे सवाल
वन प्रभाग रुद्रप्रयाग ने मामले की दी जानकारी
जनता झूठी अफवाहों पर ना करे विश्वास: नैनवाल
रुद्रप्रयाग। वन प्रभाग रुद्रप्रयाग के अन्तर्गत दक्षिणी व उत्तरी रेंज जखोली में चीड़ गुलिया विदोहन का कार्य किया गया, जिससे वनों में लगने वाली आग और पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके। इस चीड़ गुलियों को उठाकर वन विभाग ने पर्यावरण को बचाने का कार्य किया है, मगर कुछ अराजक लोग इसके विदोहन से लेकर कम्पार्टमेंट पर सोशल मीडिया के माध्यम से सवाल खड़े कर रहे हैं, जिसको लेकर वन प्रभाग रुद्रप्रयाग ने स्पष्ट कर दिया है।

बता दें कि जखोली क्षेत्र के दक्षिणी व उत्तरी रेंज में चीड़ गुलिया विदोहन का कार्य टेंडर प्रक्रिया के तहत वन विकास निगम ने निकाला। इसमें शर्तो के तहत ठेकेदार ने कार्य भी किया, जिसमें दक्षिणी जखोली रेंज के जाखाला, जाखणी, नरसिंग, लौंगा, उत्तरी जखोली रेंज के पांजणा सहित कुल 14 कम्पार्टमेंटों में सड़े-गले चीड़ वृक्षों के गुलिया विदोहन का कार्य किया गया है। अब ठेकेदार को यह माल जखोली व उत्तरी रेंज से उठाकर ऋषिकेश वन निगम के विक्रय केन्द्र में भिजवाना शेष रह गया है, मगर इन दिनों कुछ अराजक लोग चीड़ गुलिया के विदोहन से लेकर इसके कम्पार्टमेंट पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
दक्षिणी जखोली रेंज के उप वन क्षेत्राधिकारी किशोर चन्द्र नैनवाल ने बताया कि दक्षिणी जखोली के 9 कम्पार्टमेंट एवं उत्तरी जखोली के 5 कम्पार्टमेंट में चीड़ गुलिया का विदोहन कार्य किया गया है। यह कार्य सीमित क्षेत्र में ही किया गया है, जिसकी पूरी प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए शर्तो के साथ ठेकेदार को कार्य करने की अनुमति दी जाती है। उन्होंने बताया कि कुछ लोग ये भ्रांतियां फैला रहे हैं कि यह कार्य गलत जगह पर किया गया है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। यह सरासर लोगों को गुमराह कर भटकाने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने लोगों को बताया कि यह कार्य जंगलों में इसलिए किया जाता है कि इससे विदोहन से आग पर नियंत्रण पाया जा सकता है, जिससे जंगल भी सुरक्षित रहते हैैं। अगर इसे जंगल में में छोड़ा जाए तो इससे कई प्रकार से नुकसान भी देखने को मिलते हैं और पर्यावरण को भारी क्षति पहुंचती है। जबकि इसके विदोहन से वन विभाग को लाखों का राजस्व प्राप्त होता है। कहा कि क्षेत्र के जंगलों को सुरक्षित रखने के लिए वन प्रभाग रुद्रप्रयाग हर तरह के प्रयास कर रहा है। इसके बावजूद कुछ असामाजिक लोग विभाग के काम-काजों पर बेबुनियाद आरोप लगाकर क्षेत्र के लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। ये अराजक लोग यह कह रहे हैं कि चीड़ गुलिया का विदोहन कम्पार्टमेंट से बाहर किया गया है और सिर्फ दो कम्पार्टमेंट की वन विभाग ने ठेकेदार को अनुमति दी थी, जबकि यह सरासत गलत है।

वन प्रभाग रुद्रप्रयाग ने ठेकेदार को 14 कम्पार्टमेंट की अनुमति प्रदान की है। डीएफओ अभिमन्यु सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ असामाजिक तत्व स्थानीय लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं। उन्होंने जनता का आहवान करते हुए कहा कि ऐसे असामाजिक लोगों की बातों पर कभी भी ध्यान ना दें। पहले सही तरह से वन विभाग से जानकारी प्राप्त करें। उसके बाद इन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के लिए वन विभाग को सूचित करें। साथ ही उन्होंने क्षेत्र की जनता से वनों को आग से बचाने में वन विभाग का सहयोग करने का आहवान भी किया है।
