छात्र हित में शिक्षक ग्रीष्मकालीन अवकाश में पढ़ाने को तैयार: भट्ट
शिक्षकों को ग्रीष्मकालीन अवकाश के बदले उपार्जित अवकाश का आदेश किया जाए जारी
महानिदेशक विद्यालय शिक्षा की ओर से जारी एकतरफा कार्रवाई के आदेश से बना है आक्रोश
राजकीय शिक्षक संघ की संघ भवन अगस्त्यमुनि बैठक संपंन
अगस्त्यमुनि। राजकीय शिक्षक संघ की एक आवश्यक बैठक संघ भवन अगस्त्यमुनि में जिलाध्यक्ष नरेश भट्ट की अध्यक्षता में आहूत की गई, जिसमें अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का परीक्षा फल आशा अनुरूप न रहने पर इसका ठींकरा शिक्षकों पर फोड़ने का संघ ने कड़ा विरोध किया।

दरअसल, महानिदेशक विद्यालय शिक्षा की ओर से एक पत्र जारी कर शिक्षकों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई का आदेश जारी किया गया है। संघ ने महानिदेशक के एकतरफा आदेश का विरोध करते हुए शीघ्र वापस लेने की मांग की। संघ ने कहा कि छात्र हित में शिक्षक ग्रीष्मकालीन अवकाश में पढ़ाने को तैयार हैं। बशर्ते शिक्षकों को ग्रीष्मकालीन अवकाश के बदले उपार्जित अवकाश का आदेश जारी किया जाए। बैठक में वेतन विसंगति कनिष्ठ वरिष्ठ का मासला हल करने, एलटी से प्रवक्ता व हेडमास्टर के पदों पर शीघ्र पदोन्नति करने की मांग की। बैठक में जनपदीय कार्यकारिणी ने तीनों ब्लॉक व शाखा अध्यक्ष व मंत्रियों से कहा कि वह विद्यालयों की रिक्ति की सही सूचना शीघ्र जनपदीय कार्यकारिणी को उपलब्ध करवाएं। जिन पदों को विभागीय वेबसाइट पर रिक्त नहीं दिखाया गया है, उन्हें उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाकर शीघ्र ठीक करवाया जा सके। बैठक में प्रांतीय चुनाव शीघ्र करवाने की मांग भी जोर शोर से की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष नरेश भट्ट ने अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है। उनके साथ मजबूती से खड़ा है। संघ इस लड़ाई को शिद्दत से लड़ेगा। इस प्रकार का तुगलकी फरमान सरकार को वापस लेना पड़ेगा। बैठक में भट्ट ने कहा कि के अनुरोध के आधार पर शत-प्रतिशत हस्तांतरण करते हुए काउंसलिंग की व्यवस्था बहाल की जाए। बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष एवं संरक्षक हर्षवर्धन रावत ने कहा कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का प्रदर्शन तैयारी के अनुरूप बेहतर रहा है। जब 20-25 वर्षों से शिक्षक एक ही पैटर्न में अध्यापन कार्य कर रहे हैं। अचानक पैटर्न बदलकर उनसे शत-प्रतिशत परिणाम की उम्मीद करना बेईमानी है। रावत ने कहा कि उच्च अधिकारियों को शिक्षकों को हतोत्साहित करने के बजाय प्रोत्साहित करना चाहिए। हमारा प्रत्येक शिक्षक साथी शत-प्रतिशत परिणाम देने की क्षमता रखता है। जिला उपाध्यक्ष शीशपाल पंवार ने कहा कि उच्च अधिकारियों का एकतरफा कार्रवाई का आदेश जारी कर अपनी कमियों को छुपाने का प्रयास किया गया है। विभाग को पहले परिणामों की समीक्षा कर सिस्टम में प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी तय करनी चाहिए। पंवार ने कहा कि पारस्परिक स्थानांतरण से पहले अनिवार्य स्थानांतरण किए जाएं। ऊंची पहुंच रखने वाले मैदानी जनपद के शिक्षक आपस में पारस्परिक स्थानांतरण करके वर्षों से पहाड़ों में सेवाएं दे रहे शिक्षकों के अवसर समाप्त कर रहे हैं। बैठक में जनपदीय संयुक्त मंत्री दीपक नेगी ने कहा कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में पूर्व से कार्य कर रहे शिक्षकों की सेवा पोर्टल में दुर्गम नहीं दर्शायी गई है। शासनादेश के अनुरूप पोर्टल में उनकी सेवाओं को ठीक किया जाए। नेगी ने कहा कि स्थानातरण के लिए शिक्षक उहापोह की स्थिति में है, जिसे विद्यालयों में पठन-पाठन कार्य प्रभावित हो रहा है। यदि सरकार समय पर शिक्षकों के प्रमोशन करती तो ऐसी स्थिति पैदा नहीं होती। बार-बार शिक्षकों से सियार मांग कर अनावश्यक मानसिक और आर्थिक नुकसान किया जा रहा है। बैठक का संचालन करते हुए जिला मंत्री आलोक रौथाण जनपदीय कार्यकारिणी द्वारा किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन नेतृत्व भिन्न होने के कारण शिक्षक प्रमोशन के लिए बाट जो रहे हैं। प्रांतीय कार्यकारिणी अवैध रूप से कार्य कर रही है। बार-बार सदस्यता शुल्क के नाम पर जनपदीय कार्यकारिणी को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने शीघ्र प्रांतीय चुनाव कराने की मांग की। बैठक में महिला उपाध्यक्ष ललिता रौतेला संयुक्त मंत्री महिला कुसुम भट्ट संगठन मंत्री महिला विमला राणा, ब्लॉक अध्यक्ष अगस्तयमुनि शंकर भट्ट ब्लॉक उपाध्यक्ष शंभू ओडियाल, ब्लॉक मंत्री, अंकित रौथान, जनपदीय कोषाध्यक्ष मित्रानंद, भुनेश्वरी चंदानी, कैलाश गार्ग्य, सुरेश अग्रवाल, संदीप पूर्व संगठन मंत्री चंद्रदीप बिष्ट, गयासुद्दीन सिद्धकी, जिला कार्यालय मंत्री रविंद्र पंवार शिव सिंह नेगी। ब्लॉक मंत्री उखीमठ अजय भट्ट ने भी अपने विचार रखे। बैठक में बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे।
