28 वर्षाें बाद मनसूना गांव में नाग नृत्य का आयोजन
मदमहेश्वर घाटी का वातावरण बना भक्तिमय, ग्रामीणों में उत्साह
ऊखीमठ। मदमहेश्वर घाटी की हृदय स्थली के रूप में विख्यात ग्राम पंचायत मनसूना में 28 वर्षों बाद नौ दिवसीय नाग नृत्य का विधिवत शुभारंभ हुआ। आयोजन से मनसूना क्षेत्र सहित मदमहेश्वर घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है, जबकि ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है।

जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि नाग नृत्य हमारी पौराणिक धार्मिक परम्परा है तथा पौराणिक धार्मिक परम्पराओं को जीवित रखने के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मदमहेश्वर घाटी में आज भी पौराणिक, धार्मिक, आध्यात्मिक व सांस्कृतिक परम्परायें जीवित हैं तथा इन परम्पराओं को जीवित रखने में मदमहेश्वर घाटी के जनमानस का महत्वपूर्ण योगदान है। कहा कि मनसूना के ग्रामीणों के सहयोग से 28 वर्षों बाद नाग नृत्य का आयोजन होना अपने में अनूठी मिसाल है। प्रधान देवेन्द्र पंवार ने कहा कि मदमहेश्वर घाटी प्राचीन काल से साधना का केन्द्र रही है। इसलिए इस घाटी के पग-पग पर कई देवी-देवता विराजमान हैं।

नाग नृत्य समिति अध्यक्ष गोविन्द सिंह पंवार ने सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी ग्रामीणों के सहयोग से 28 वर्षों बाद नाग नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। नौ दिवसीय नाग नृत्य में बिक्रम सिंह नेगी ने गीतों के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं का गुणगान किया जा रहा है तथा सते सिंह नेगी द्वारा नाग नृत्य गायन में साथ दिया जा रहा है। इस मौके पर कांग्रेस युवा केदारनाथ विधानसभा अध्यक्ष कर्मवीर कुंवर, समिति उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह पंवार, सचिव मदन सिंह पंवार, कोषाध्यक्ष अवतार सिंह राणा, वन पंचायत सरपंच दिनेश सिंह रावत, पूर्व प्रधान राजकुमारी राणा, जागर गायिका राजेश्वरी पंवार, देखरेख समिति सरपंच रणजीत सिंह पंवार, नव युवक मंगल दल अध्यक्ष यदुवीर सिंह पंवार, महिला मंगल दल अध्यक्ष अनीता कोटवाल, अंजलि चैहान सहित सैकड़ों ग्रामीणों मौजूद थे।


